संदेश

दुख 🍂

चित्र

दिल 🍂🍂

चित्र
💔💔 ताउम्र तन्हाइयों म गुजारनी ह इब जिंदगी , कमबख्त दिल न कुण समझावे , जो पल भर की तन्हाइयो स खफा ह ।। 💔💔 - Anil kumar 🍁🍁

🍂 दर्द....

चित्र
🍂दर्द.... 💔💔 गुजर रही स मोहबत मेरी  उन्न तंग गलिया त , जड्डे दर्द नाम के लाखों मोड़ आवै स , कितने दर्दो की दवा खोजू इब , जब हर मोड़ प इक अलग दर्द  मेरी राह देखता पावै स , टूट लिया अंदर त दर्द सहते सहते , गालिब मरणा नी बस इब  फिर त जीणा चाहवे स  फिर त जीणा चाहवे स ।।। 💔💔 Haryanvi kalamkaar   Anil kumar🍁🍁

🍂KhudGaraj...

चित्र
🍂KhudGaraj... 💔💔 तन्ने देखण खातर रात भर जाग्गे जा स ये नैण मेरे , पर... जो काम तन्ने नही करया  वो नींद म तेरा सुपणा आके न करग्या , इतना खुदगरज होणा भी ठीक नी स लाडो ... एकबे बतलाणा था तेर त , पर .... यो काम भी ख्वाब म तेरे मुस्कुराने त चालग्या ।। 💔💔 Anil kumar 🍁🍁

🍂शौक....

चित्र
💔💔 हस्सा नी जांदा तन्ने देख के , आंसू बिन बताये आज्या स । पोछने का जी करे स इन नम आंख्या न , पर याद आवे स तेरी कही होड बात , की मन्ने तेरी नम आँख आछी लाग्गे स ।। रोणा नी आच्छा लाग्गे मन्ने , पर तेरी पसन्द खातर आंख्या न ,💝 नम राखना इब मन्ने शौक सा लाग्गे स ।।। 💔💔 ✌ Anil kumar 🍁🍁

🍂मेरी कलम ...

चित्र
🍂मेरी कलम... 💔💔 बेरा नी मेरे जज्बात तू पढह भी स की नी , पर मेरी कलम रोज तन्ने  थोड़ा-2 इन कागदा म लिखै स , किस खातर लिखै स रोज.... इब या बात मेरी कलम भी मेर त पूछै स ,  तू मौजूद स मेरे अल्फाज़ा म... बस तेरी मौजूदगी बयां करणा मेरी कलम रोज मेर त सीखै स !!! 💔💔   Anil kumar 🍁🍁