🍂दर्द.... 💔💔 गुजर रही स मोहबत मेरी उन्न तंग गलिया त , जड्डे दर्द नाम के लाखों मोड़ आवै स , कितने दर्दो की दवा खोजू इब , जब हर मोड़ प इक अलग दर्द मेरी राह देखता पावै स , टूट लिया अंदर त दर्द सहते सहते , गालिब मरणा नी बस इब फिर त जीणा चाहवे स फिर त जीणा चाहवे स ।।। 💔💔 Haryanvi kalamkaar Anil kumar🍁🍁